As-salamu alaykum आज हम इस ब्लॉग में हम Ramzan Ke Ashre Ki Dua देखेंगे।
रमज़ान के पाक महिनेमे Ramzan Ke Ashre Ki Dua पढ़ना हर एक मुसलमान के लिए जरुरी होता है। तो आइये जानते है Ramzan Ke Ashre Ki Dua हिन्दी में।
Ramzan Ke Ashre Ki Dua
Table of Contents

अशरा क्या है।
रमजान के महिने मे अशरे का मतलब दिन होता है। रमजान के पाक महिनेमे ३ अशरे होते है। ओर उनकी फ़ज़ीलत अलग – अलग है। तो आइये देखते है अशरा क्या है।
- रमजान के पाक महिनेमे पहिले 10 रोज़े तक पहला अशरा कहलाता है। इसमें हमें पहिले अशरे की दुआ पढ़नी होती है।
- रमजान के पाक महिने मे 11 से लेकर 20 रोज़े तक दूसरा अशरा कहलाता है। इसमें हमें दूसरे अशरे की दुआ पढ़नी होती है।
- रमजान के पाक महिने मे 21 से लेकर 30 रोज़े तक तीसरा अशरा कहलाता है। इसमें हमें तीसरे अशरे की दुआ पढ़नी होती है।
Ramzan Ke Ashre Ki Dua
Ramzan ke pehle ashre ki dua
रमजान के पाक महिनेमे pehle Ramzan Ke Ashre Ki Dua में हम अल्लाह पाक से हम माफ़ी मांगते है। क्युकी बेशक सिर्फ अल्लाह पाक ही हमें माफ़ कर सकते है।
pehle ashre ki dua : रब्बिग़, फिर वर-हम,वा अंता ,खाइरुर ,राहिमीन
Ramzan ke dusre ashre ki dua
रमजान के पाक महिनेमे ramzan ke dusre ashre ki dua में हम अल्लाह पाक से हम माफ़ी ओर रेहमत की मांग करते है। अल्लाह पाक के सिवा कोई देने वाला नहीं।
dusre ashre ki dua : अस्तग़्फिरुल्लाह, रब्बी मिन कुल्लि, ज़म्बिन वा ,आतूबु इलैहि
Ramzan ke teesre ashre ki dua
रमजान के पाक महिनेमे Ramzan ke teesre ashre ki dua में हम अल्लाह पाक से जहन्नुम से पनाह मांगते है। क्युकी अल्लाह पाक ही है जो हमें जहन्नुम से बचा सकते है। इसलिए इस तीसरे Ramzan Ke Ashre Ki Dua में हम अल्लाह पाक से जहन्नुम से पनाह मांगते है।
teesre ashre ki dua ; अल्लाहुम्मा ,अजिरनी मिनन नार।
रमजान के पाक महिनेमे इन 3 अशरे की दुआ जरूर पढ़े ओर अल्लाह से दुआ करते रहे। अल्लाह पाक हम सबको सही राह पर चलनेकी तौफीक आता फरमाए। Ameen
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ओर पढ़े
1. रमजान के अशरो की दुआ क्या है?
रमजान महीने के दौरान, माहे रमजान के हर एक अशरे के लिए खास दुआ होती है। यह दुआ खास तौर से अल्लाह से मगफिरत (माफी), रहमत, और जन्नत की दुआ करने के लिए की जाती है। अशरे के दौरान इबादत और सच्चे दिल से दुआ करने से व्यक्ति की बरकत और नफ्स की शुद्धि होती है।
2. रमजान के पहले अशरे की दुआ क्या है?
रमजान के पहले अशरे की दुआ में अल्लाह पाक से माफ़ी मांगी जाती है। क्यों सिर्फ अल्लाह पाक ही माफ़ कर सकते है। रमजान के पहले अशरे की दुआ है : ”रब्बिग़, फिर वर-हम,वा अंता ,खाइरुर ,राहिमीन”
3. Ramzan ke dusre ashre ki dua
Ramzan ke dusre ashre में हम अल्लाह पाक से माफ़ी ओर रेहमत मांगते है। Ramzan ke dusre ashre की दुआ है : ”अस्तग़्फिरुल्लाह, रब्बी मिन कुल्लि, ज़म्बिन वा ,आतूबु इलैहि”
4. Ramzan ke teesre ashre ki dua
Ramzan ke teesre ashre में हम अल्लाह पाक से जहन्नम से बचने की दुआ करते है। Ramzan ke teesre ashre की दुआ : ”अल्लाहुम्मा ,अजिरनी मिनन नार”